35. Zealandia / जीलैंडिया विश्व का आठवां संभावित महाद्वीप
35. Zealandia
जीलैंडिया विश्व का आठवां संभावित महाद्वीप
हम सभी विश्व में सात महाद्वीपों के अस्तित्व से परिचित हैं, परंतु अब संभव है कि लोगों को आठवें महाद्वीप के बारे में पढ़ने और जानने का मौका मिले। भूगर्भशास्त्रियों ने यह दावा किया है कि 49 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का यह जीलैंडिया महाद्वीप दक्षिण पश्चिम प्रशांत महासागर में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्थित है। इसका आकार ऑस्ट्रेलिया का दो तिहाई है और 93% भाग जल में डूबा हुआ है। अर्थात इसका मात्र 7% भाग ही जलीय सतह से ऊपर है और शेष भाग लगभग पूरी तरह से 1 से 2 किमी० जल के नीचे डूबा हुआ है।
जीलैंडिया के उच्चतम बिंदु न्यूजीलैंड तथा न्यू कैलीडोनिया ही जलीय सतह के ऊपर हैं। इससे संबंधित लेख ‘जीलैंडियाः पृथ्वी का छुपा हुआ महाद्वीप’ (Zealandia: Earth’s Hidden Continent) अमेरिकी जर्नल जीएसए टुडे (जीएसए-जियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका) में मार्च/अप्रैल 2017 के अंक में प्रकाशित हुआ। भू-गर्भशास्त्री निक मॉर्टिमर इस अध्ययन लेख के मुख्य लेखक थे। भू-गर्भशास्त्रियों के अनुसार एक विशिष्ट भूगर्भिक संरचना, एक निश्चित क्षेत्रफल, समुद्र तल से मोटी भूपर्पटी व इसके भू-क्षेत्र का ऊंचा होना आदि ऐसे पर्याप्त आधार हैं जिनके आधार पर जीलैंडिया को आठवें महाद्वीप के रूप में आधिकारिक स्वीकृति प्रदान की जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि दो दशकों से भू-गर्भ विज्ञानी जीलैंडिया को महाद्वीपों की श्रेणी में रखने हेतु प्रमाण जुटाने में प्रयासरत हैं और उनका मानना है कि इसे आठवें महाद्वीप के रूप में मान्यता मिल जाने से महाद्वीपीय सतह की संरचना को समझने में सहायता होगी। चूंकि शोधकर्ताओं का यह मानना है कि न्यूजीलैंड इसी महाद्वीप का एक भाग है इसलिए इसकी भौगोलिक तथा भू-आकृतिक संरचना भी न्यूजीलैंड के समान ही है।
यह ज्ञात हो कि 80 मिलियन वर्ष पहले जीलैंडिया विशाल महाद्वीप गोंडवानालैंड के विभाजन के पश्चात ऑस्ट्रेलिया से टूटकर अलग हुआ था जिसके बाद यह सागरीय जल सतह के नीचे जलमग्न हो गया। जीलैंडिया शब्दावली 1995 में भू-भौतिकीविद ब्रुस लुएन्डिक द्वारा दी गई थी। उस समय यह माना गया था कि महाद्वीप होने के लिए आवश्यक 4 गुणों में से 3 गुण इस महाद्वीप में विद्यमान थे।
अब उपग्रह प्रौद्योगिकी तथा समुद्री सतह के गुरुत्वीय मैप के उपयोग द्वारा की गई नई खोज ने यह स्पष्ट किया है कि जीलैंडिया जिसके पास एक व्यापक व निश्चित क्षेत्रफल है, महाद्वीप होने की सभी 4 विशेषताओं को धारित करता है। जीलैंडिया के अपतटीय क्षेत्रों में खरबों डॉलर कीमत के जीवाश्म ईंधन भी भंडारित होने के अनुमान हैं।
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