GEOGRAPHICAL THOUGHT(भौगोलिक चिंतन)
9. अतिवादी भूगोल या क्रांतिकारी उपागम / उग्र सुधारवाद अतिवादी भूगोल ⇒ अतिवादी भूगोल को उग्र सुधारवाद या अमूल्य चुल परिवर्तनवादी क्रांतिकारी उपागम के नाम से जानते…
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8. अवस्थिति विश्लेषण या स्थानीयकरण विश्लेषण (Locational Analysis) अवस्थिति विश्लेषण (Locational Analysis)⇒ मानव भूगोल में अवस्थिति विश्लेषण एक महत्वपूर्ण संकल्पना है जो इस तथ्य का विश्लेषण करता है कि आर्थिक कार्यों का सकेन्द्रण…
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7. भूगोल में मात्रात्मक क्रांति का विकास भूगोल में मात्रात्मक क्रांति का विकास⇒ (नोट:- क्रांति ⇒ किसी भी विषय वस्तु में त्वरित परिवर्तन को क्रांति कहते है। मात्रात्मक क्रांति = परमाणीकरण) भूगोल में गणित एवं सांख्यिकी…
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6. नवनियतिवाद / New Determinism नवनियतिवाद नोट : नवनियतिवाद=नव पर्यावरणवाद (New-Environmentalism)= संभावनावाद (Probabilism) नवनियतिवाद संकल्पना को विकसित करने का श्रेय अमेरिकी भूगोलवेता ग्रिफिथ टेलर को जाता है। उन्होंने अपनी ही संकल्पना को 1920 ई० में प्रकाशित पुस्तक…
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5. नियतिवाद बनाम सम्भववाद (Determinism vs Possibilism) नियतिवाद बनाम सम्भववाद नियतिवाद बनाम सम्भववाद भूगोल में तृतीय चरण का द्वैतवाद है जो विषय वस्तु से जुड़ा हुआ है। नियतिवाद में प्रकृति को श्रेष्ठ और मनुष्य…
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4. सम्भववाद / Possibilism सम्भववाद / Possibilism⇒ सम्भववाद का उदय नियतिवाद के विरोध में हुआ। सम्भववाद में जहाँ मानव को श्रेष्ठ बताया गया है वहीं नियतिवाद में प्रकृति को श्रेष्ठ बताया गया…
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3. नियतिवाद या निश्चयवाद या पर्यावरणवाद (Determinism or Environmentalism) नियतिवाद या निश्चयवाद या पर्यावरणवाद⇒ भूगोल में कई प्रकार के द्वैतवाद का विकास हुआ है। इनमें नियतिवाद बनाम सम्भववाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। यह द्वैतवाद भूगोल के विषयवस्तु…
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2. द्विविभाजन एवं द्वैतवाद / Dichotomy and Dualism द्विविभाजन एवं द्वैतवाद⇒ (नोट- द्वि, द्वै = दो, विभाजन = बँटवारा, वाद = विचारधारा) किसी विषय के कोई भी विषयवस्तु को लेकर दो प्रकार के विचार…
GEOGRAPHICAL THOUGHT(भौगोलिक चिंतन)PG SEMESTER-1
1. Ancient Classical Times in Geography Ancient Classical Times in Geography प्रश्न प्रारूप प्रश्न- प्राचीन चिरसम्मत काल (Classical Ancient Times) के भौगोलिक ज्ञान के स्वरूप पर प्रकाश डालिए। अथवा, भूगोल में चिरसम्मत शास्त्रीय कालीन भूगोलवेताओं के योगदान का वर्णन कीजिए।…