6. Physics (भौतिक विज्ञान)
6. Physics (भौतिक विज्ञान)
1. प्रकाश वर्ष मात्रक है
⇒ दूरी का
2. एक प्रकाश वर्ष बराबर होता है
⇒ 9.46×1015 मी० या 9.46×1012किमी०
3. दूरी मापने की सबसे बड़ी इकाई है
⇒ पारसेक
4. 1 पारसेक बराबर होता है
⇒ 3.26 प्रकाश वर्ष या 3×1016मी०
5. 1 पीको सेकेण्ड बराबर होता है
⇒ 10-12 सेकेण्ड
6. ठोस कोण की इकाई होता है
⇒ स्टेरेडियन
7. एक माइक्रोन बराबर होता है
⇒ ०.001 मिमी०
8. एक अश्वशक्ति बराबर होता है
⇒ 746 वाट
9. ताप का SI तथा CGS मात्रक होता है
⇒ क्रमशः केल्विन तथा सेल्सियस
10. दाब की विमा होती है
⇒ [ML-1T-2]
11. बल का SI मात्रक तथा CGS मात्रक होता है
⇒ क्रमश: न्यूटन (N) तथा डाईन
12. एक बार बराबर होता है
⇒ 105 पास्कल
13. 1 न्यूटन बराबर होता है
⇒ 105 डाईन
14. बल, विस्थापन, त्वरण, वेग, संवेग, भार तथा बल आघूर्ण राशियाँ है
⇒ सदिश राशियाँ
15. क्षेत्रफल, आयतन, लम्बाई, मात्रा दूरी, कार्य, ऊर्जा तथा दबाव राशियाँ है
⇒ अदिश राशियाँ
16. एंगस्ट्रम इकाई है
⇒ लम्बाई का
17. कोणीय वेग की इकाई है
⇒ रेडियन/सेकेण्ड
18. 1 ऐंग्स्ट्रम (1A°) बराबर होता है
⇒ 10-10मी०
19. पृष्ठ तनाव, पृष्ठीय ऊर्जा तथा बल प्रवणता की विमा होती है
⇒ [M1L0T-2]
20. ऊपर फेंकी जाने वाली वस्तु का त्वरण होता है
⇒ ऋणात्मक
21. वेग तथा त्वरण का SI मात्रक होता है
⇒ क्रमश: मी०/से० तथा मी०/से०2
22. 1 kg राशि का वजन होता है
⇒ 9.8 N
23. एक वस्तु का भार अधिकत्तम होता है
⇒ वायु में
24. किसी पिंड के द्रव्यमान और वेग का गुणनफल होता है
⇒ संवेग
25. जड़त्व के नियम का प्रतिपादन किया था
⇒ गैलेलियो ने
26. गति का नियम दिया था
⇒ न्यूटन ने
27. रॉकेट का पलायन आधारित होता है
⇒ न्यूटन के तृतीय गति नियम पर
28. प्रक्षेप्य पथ होता है
⇒ परवलयाकार
29. गुरूत्वीय त्वरण (g) का मान बराबर होता है
⇒ 9.8 मी०/से०2 के
30. g का मान अधिकत्तम तथा न्यूनतम होता है
⇒ क्रमश: ध्रुवों तथा भूमध्य रेखा पर
31. ‘g’ का मान शून्य (0) होता है
⇒ पृथ्वी के केंद्र पर
32. भू-स्थिर उपग्रह का परिक्रमण काल होता है
⇒ 24 घंटा
33. भू-स्थिर उपग्रह स्थित होते है
⇒ 36000किमी०
34. पृथ्वी की अपेक्षा चन्द्रमा का द्रव्यमान लगभग होता है
⇒ 1/81
35. गुरुत्त्वाकर्षण के सार्वत्रिक नियम का प्रतिपादन किया था
⇒ न्यूटन
36. पृथ्वी तल से ऊपर या नीचे आने पर गुरुत्वीय त्वरण का मान
⇒ घटता जाता है
37. पृथ्वी तथा सौरमंडल के लिए पलायन वेग का मान होता है
⇒ क्रमशः 11.2 किमी०/से० तथा 42 किमी०/से०
38. चन्द्रमा के लिए पलायन वेग का मान होता है
⇒ 2.37 किमी०/सेकंड
39. चन्द्रमा पर किसी पिण्ड का भार पृथ्वी पर उसके भार का होता है
⇒ 1/6 गुणा
40. यदि किसी मनुष्य का भार पृथ्वी पर 600 N हो, तो उसका चन्द्रमा पर भार होगा
⇒ 100N
41. कार्य तथा ऊर्जा का मात्रक होता है
⇒ जूल (J) या न्यूटन
42. 1 जूल बराबर होता है
⇒ 107 अर्ग
43. खींचे हुए रबर, खींचे हुए धनुष तथा खींची हुई कमानी में भंडारित होता है
⇒ स्थितज उर्जा
44. यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है
⇒ डायनेमो
45. विधुत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है
⇒ विद्युत मोटर
46. किसी वस्तु की चाल आधी कर दी जाये, तो उसकी गतिज ऊर्जा हो जायेगी
⇒ एक चौथाई
47. यदि किसी वस्तु की चाल दुगुनी कर दी जाये, तो उसकी गतिज ऊर्जा हो जायेगी
⇒ चार गुनी
48. वायुमंडलीय दाब का SI मात्रक होता है
⇒ बार (bar)
49. वायुमंडलीय दाब को मापा जाता है
⇒ बैरोमीटर से
50. आपेक्षिक घनत्व को मापा जाता है
⇒ हाइड्रोमीटर से
51. दाब बढ़ने पर बर्फ का गलनांक
⇒ घटता है
52. जल का घनत्व अधिकत्तम तथा आयतन न्यूनत्तम होता है
⇒ 4°C पर
53. बैरोमीटर का पाठ्यांक एकाएक नीचे गिरता प्रदर्शित करता है
⇒ आंधी-तूफान आने का
54. बैरोमीटर का पाठ्यांक धीरे-धीरे गिरना प्रदर्शित करता
⇒ वर्षा होने का
55, बैरामीटर का पाठ्यांक का धीरे-धीरे ऊपर चढ़ना प्रदर्शित करता है
⇒ दिन साफ रहने का
56. सेल्सियस एवं फारेनहाइट स्केल समान मान प्रदर्शित करता है
⇒ -40° ताप पर
57. वर्षा की छोटी-छोटी बूंदे गोल होती है
⇒ पृष्ठ तनाव के कारण
58. द्रव-बूँद को संकुचित होकर न्यूनतम क्षेत्र घेरने की प्रवृत्ति का कारण है-
⇒ पृष्ठ तनाव
59. सेकेंडी लोलक का आवर्तकाल होता है-
⇒ 2 सेकेण्ड
60. आवृत्ति और आवर्तकाल के गुणनफल का मान होता है
⇒ एक
61. ध्वनि की चाल अधिकत्तम तथा न्यूनत्तम होती है
⇒ क्रमशः ठोसों तथा गैसों में
62. ध्वनि तथा प्रकाश तरंगे होती है
⇒ क्रमश: अनुदैर्ध्य तथा अनुप्रस्थ तरंगे
63. ध्वनि का मात्रक होता है
⇒ डेसिबल
64. ध्वनि की चाल होती है
⇒ 760 मील/घंटा या 332 मी./से.०
65. किसी पदार्थ के एकांक द्रव्यमान का ताप 1°C बढ़ाने के लिए आवश्यक उष्मा की मात्रा को कहते है
⇒ विशिष्ट ऊष्मा
66. मानव शरीर का सामान्य ताप होता है
⇒ 37°C या 98.6°F या 310K
67. दो समान्तर दर्पण के बीच रखे वस्तु का प्रतिबिम्ब बनता है
⇒ अनंत पर
68. कैण्डिला मात्रक है
⇒ ज्योति तीव्रता का
69. प्रकाश का रंग निश्चित किया जाता है
⇒ तरंगदैर्ध्य द्वारा
70. तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक तथा सबसे न्यूनत्तम मान होता है
⇒ क्रमशः लाल रंग तथा बैंगनी रंग का
71. निर्वात में रेडियो तरंग या प्रकाश तरंग की गति होती है
⇒ 3×108 मी./से.
72. प्रकाश की चाल को सबसे पहले ज्ञात की थी
⇒ रोमर ने
73. लेंस की क्षमता तथा प्रतिरोध का मात्रक होता है
⇒ क्रमश: डाईऑप्टर तथा ओम
74. आँख के रेटिना पर बना प्रतिबिम्ब होता है
⇒ वास्तविक और उल्टा
75. निकट दृष्टि दोष (मायोपिया) को दूर करने में प्रयुक्त होता है
⇒ अवतल लेंस का
76. दीर्घ दृष्टि दोष (हाइपरमेट्रोपिया) को दूर करने के लिए प्रयुक्त होता है
⇒ उत्तल लेंस का
77. सामान्य आँख के लिए सुस्पष्ट दृष्टि की न्यूनत्तम दूरी होती है
⇒ 25 सेमी.
78. प्राथमिक रंग कहा जाता है
⇒ लाल, हरा तथा नीला रंग को
79. ‘इलेक्ट्रॉन-वोल्ट’ मात्रक होता है
⇒ ऊर्जा का
80. ट्रांसफार्मर का क्रोड बना होता है
⇒ नर्म लोहा का
81. अपवर्तनांक सबसे अधिक तथा सबसे कम होता है
⇒ क्रमशः बैंगनी तथा लाल रंग का
82. अंतरिक्ष यात्री को आकाश दिखाई देता है
⇒ काला
83. समुद्र की गहराई तथा समुद्र दूरी मापने का मात्रक है
⇒ क्रमश: फैदम तथा नॉटिकल मील
84. ‘हाइड्रोलिक ब्रेक’ आधारित होता है
⇒ पास्कल के नियम पर
85. विद्युत बल्ब का फिलामेन्ट बना होता है
⇒ टंगस्टन का
86. हीटर का तार बना होता है
⇒ नाइक्रोम का
87. फ्यूज तार का होता है
⇒ प्रतिरोध उच्च तथा ग्लनांक निम्न
88. कमरे में रखे रफ्रिजरेटर का दरवाजा खोल दिया जाए तो कमरे का ताप
⇒ बढ़ जायेगा
89 दूध से क्रीम को अलग करने पर दूध का घनत्व
⇒ बढ़ जाता है
90. प्रतिध्वनि सुनने के लिए श्रोता एवं परावर्तक सतह के बीच की दूरी होनी चाहिए
⇒ 17 मी०
91. कान पर ध्वनि का प्रभाव रहता है
⇒ 1/10 सेकेण्ड तक
92. पृथ्वी के भौगोलिक तथा चुम्बकीय अक्ष के बीच का कोण होता है
⇒ 18०
93. अस्थायी तथा स्थायी चुम्बक बनाये जाते है
⇒ क्रमशः नर्म लोहा तथा इस्पात का
94 कपड़ा सुखाने की मशीन तथा दूध से मक्खन निकालने की मशीन कार्य करता है
⇒ अपकेन्द्रीय बल के सिद्धांत पर
95. लालटेन की बत्ती के तेल का ऊपर चढ़ना तथा ब्लॉटिंग पेपर का स्याही सोखने का कारण है
⇒ केशिकत्व क्रिया
96. हीरा का चमकना तथा मृग मरीचिका का बनने का कारण है
⇒ पूर्ण आंतरिक परावर्त्तन
97. पानी के अंदर हवा का बुलबुला कार्य करता है
⇒ अवतल लेंस के भांति
98. कार्बन, सिलिकॉन तथा जर्मेनियम उदाहरण है
⇒ अर्द्धचालक का
99. तड़ित चालक बनाया जाता है
⇒ ताँबा का (आविष्कारक- बेंजामिन फ्रैंकलिन)
100. चुम्बक को स्वतंत्रतापूर्वक लटकाने पर वह सदैव रूकती है
⇒ उत्तर-दक्षिण दिशा में
101. चुम्बकत्व समाप्त हो जाता है
⇒ हथौड़े से पीटने तथा गर्म कर लाल करने से
102. परमाणु बम तथा हाइड्रोजन बम आधारित हैं
⇒ क्रमशः नाभिकीय विखंडन तथा नाभिकीय संलयन सिद्धांत पर
103. जीवों के अवशेषों के आयु का पता लगाया जाता है
⇒ कार्बन डेटिंग विधि द्वारा
104. पुरानी चट्टानों तथा निर्जीव पदार्थों आदि की आयु ज्ञात की जाती है
⇒ यूरेनियम डेंटिंग विधि द्वारा
105. नाभिकीय रिएक्टर में होने वाले अभिक्रिया के नियंत्रण के लिए प्रयोग किया जाता
⇒ कैडमियम (Cd) या बोरॉन (B) की छड़ का
106. पहाड़ों पर खाना देर से पकता है
⇒ क्योंकि वायुमंडलीय दाब कम होने से जल का क्वथनांक घट जाता है
107. X किरणों की खोज की गयी थी
⇒ रॉन्टजन द्वारा (1895 में)
108. कैंसर के इलाज में प्रयोग किया जाता है
⇒ कोबाल्ट-60
109. साबून का बुलबुला रंगीन दिखाई पड़ता है
⇒ व्यतिकरण के कारण
110. बादल वायुमंडल में तैरते है
⇒ कम घनत्व के कारण
111. बादलों की दिशा या गति मापने वाला यंत्र कहलाता है
⇒ नेफोस्कोप
112 यदि लोलक की लम्बाई चार गुनी कर दी जाए, तो लोलक झूलने की समय (अवधि) होगी
⇒ दोगुनी
113. किसी सरल लोलक की लम्बाई 4% बढ़ा दी जाए, तो उसका आवर्तकाल
⇒ 2% बढ़ जाएगा
114. स्प्रिंग को अपनी सामान्य लम्बाई पर आपस लौटने के लिए लगने वाले बल को कहते है
⇒ प्रत्यानयन बल
115. जब एक गैस के पात्र में दाव बढ़ाया जाता है, तो उसका द्रव्यमान
⇒ अपरिवर्तित रहता है
116. क्रायोजेनिक इंजनों का प्रयोग होता है
⇒ रॉकेट प्रौद्योगिकी में
117. पानी से भरे गिलास में बर्फ का एक टुकड़ा तैर रहा है, यदि बर्फ का टुकड़ा पूरा पिघल जाए तो पानी के स्तर पर क्या प्रभाव पड़ेगा
⇒ अपरिवर्तित रहेगा
118. ‘लॉ ऑफ फ्लोटिंग’ सिद्धांत की खोज की थी
⇒ आर्किमिडीज ने
119. बर्फ के दो टुकड़ों को आपस में दबाने पर टुकड़े आपस में चिपक जाते है क्योंकि
⇒ दाब अधिक होने से बर्फ का ग्लनांक घट जाता है
120. सबसे शुद्ध जल होता है
⇒ वर्षा का जल
121. पारा का हिमांक तथा स्वथनांक होता है
⇒ क्रमशः -39°C तथा 357°C
122. सूर्य के प्रकाश में प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है
⇒ बैंगनी रंग का
123. गाड़ी के साइड मिरर में प्रयुक्त दर्पण तथा दंत चिकित्सक का दर्पण होता है
⇒ क्रमशः उत्तल तथा अवतल
124 प्रतिध्वनि का कारण होता है
⇒ ध्वनि तरंगों का परावर्तन
125 ‘ल्यूमेन’ तथा ‘वाट’ मात्रक है
⇒ क्रमशः ज्योति फ्लक्स तथा शक्ति का
126. नाभिक का आकार होता है
⇒ 10-15 मी०
127. रेडियोधर्मिता का आविष्कार किया था
⇒ हेनेरी बेकुरल ने
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