4. बफर राज्य / Buffer State
4. बफर राज्य
(Buffer State)
बफर राज्य⇒
बफर राज्य वह सार्वभौमिक, भौगोलिक इकाई है जो सामान्यतः दो बड़े और शक्तिशाली राज्यों के बीच अवस्थित है। दूसरे शब्दों में बफर क्षेत्र/ राज्य दो शक्तिशाली राष्ट्रों के सीमाओं को अलग कर तनाव कम करते हैं। नेपाल इसका का एक अच्छा उदा० है। यह भारत और चीन नामक दो शक्तिशाली सीमाओं को अलग करता है।
विशेषता :-
(1) बफर राज्य का आकार काफी छोटा होता है।
(2) इसकी संरचना प्रायः रेखीय होती है।
(3) इसमें भौगोलिक प्रतिकूलताएँ मौजूद होते हैं।
(4) दो शक्तिशाली राष्ट्रों के सीमाओं को अलग कर प्रत्यक्ष संघर्ष की स्थिति को समाप्त करते हैं।
(5) विशिष्ट परिस्थितियों में दो राष्ट्रों के बीच मध्यस्थता का कार्य करते हैं।
(6) ऐसे राज्य दोनों शक्तिशाली राष्ट्रों से आर्थिक सहायता प्राप्त करता है।
(7) प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते इनकी अर्थव्यवस्था अस्थिर होती है।
(8) इसके पास अपना कोई रक्षा बजट नहीं होता है।
(9) यह अपने स्वभाव से ही कभी भी शक्तिशाली बनने का प्रयास नहीं करते हैं।
उत्पत्ति
इसका विकास वैसे ही परिस्थितियों में होती है जहाँ पर निम्नलिखित भौगोलिक कारण सक्रिय रहते हैं:-
(1) अगर कोई राज्य सीमान्त क्षेत्र में विकसित हुआ हो। जैसे- 1947 ई० के पूर्व ब्रिटिश साम्राज्य और रूसी साम्राज्य के बीच अफगानिस्तान बफर राज्य का कार्य करता था।
(2) अगर दो बड़े राष्ट्रों और शक्तिशाली देशों के बीच में विशिष्ट प्रजाति, संस्कृति, भाषा के लोग अधिवासित होते हैं तो वहाँ भी बफर राज्य का विकास होता है।
(3 ) अगर दो राष्ट्रों के बीच सदियों से संगठित प्रजातीय समूह निवास कर रहा हो और धीरे-2 राष्ट्रीयता की भावना का विकास कर लिया हो तो वैसी परिस्थितियों में बफर राज्य का विकास होता है।
परिवर्तन
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इसके महत्व में कमी आयी है क्योंकि-
(1) युद्ध के तौर तरीकों में जबरदस्त बदलाव आया है।
(2) संचार साधनों के विकसित होने के कारण तनाव की स्थिति में दोनों शक्तिशाली राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष हॉटलाइनों के माध्यम से बातचीत कर लेते हैं। फलत: बफर राज्य की सहायता नहीं ली जाती है।
(3) अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं के गठित हो जाने के बाद विवादों को सुलझाने में इनकी मदद नहीं ली जाती है।
बफर राज्य के महत्व घटने के कारण कई नाकारात्मक परिणाम उभर कर सामने आये हैं। जैसे – रूस के द्वारा अफगानिस्तान पर आक्रमण किया गया, चीन ने तिब्बत को हड़प लिया, नेपाल और भारत के बीच में समय-समय पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई।
पर्तमान में प्रासंगिकता
बफर राज्य की संकल्पना भले ही धुमिल पड़ रही हो लेकिन मौलिक महत्ता आज भी यथावत है। जैसे-
(1) आज भी ये दो शक्तिशाली राष्ट्रों के सीमाओं को अलग करते हैं
(2) असामयिक गोली-बारी एवं तनाव की स्थिति उत्पन्न होते नहीं देते हैं।
(3) दोनों राष्ट्रों के सेनाओं को पृथक रखते हैं।
निष्कर्ष : इस तरह उपर्युक्त तथ्यों से स्पष्ट है कि बफर राज्य की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है।