खण्ड (ब) अध्याय 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित आपदाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक
बिहार बोर्ड के 9वीं कक्षा का भूगोल विषय का सम्पूर्ण प्रश्नोत्तर
सरल एवं आसान शब्दों में उत्तर देना सीखें
अध्याय 11 मानवीय गलतियों के कारण घटित आपदाएँ : नाभिकीय, जैविक और रासायनिक
वस्तुननिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. इनमें से कौन परमाणु ऊर्जा केन्द्र है?
(क) कैगा
(ख) वाराणसी
(ग) दिल्ली
(घ) मेरठ
उत्तर – (क) कैगा
2. हीरोशिमा किस देश में है?
(क) भारत
(ख) जापान
(ग) चीन
(घ) ताईवान
उत्तर – (ख) जापान
3. परमाणु विस्फोट से बचने के लिए सर्वप्रथम प्रतीक चिन्ह का विकास किसने किया है?
(क) टोकियो विश्विद्यालय
(ख) कैम्ब्रिज विश्वद्यालय
(ग) कैलिफोर्निया विश्विद्यालय
(घ) इनमें से कोई नहीं ।
उत्तर – (ग) कैलिफोर्निया विश्विद्यालय (1946)
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. परमाणु ऊर्जा क्या है?
उत्तर – परमाणु के नाभिक के संलयन तथा विखंडन की प्रक्रियाओं द्वारा काफी अधिक मात्रा में ऊर्जा निकलती है जिसे परमाणु ऊर्जा कहा जाता है। इसके अंतर्गत यूरेनियम और प्लूटोनियम जैसे खनिजों का उपयोग किया जाता है।
2. विश्व में सर्वप्रथम परमाणु बम किस देश पर गिराया गया था?
उत्तर – परमाणु बम का सर्वप्रथम विस्फोट 1945 ई० में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम चरण में जापान के दो नगरों पर परमाणु बम गिराया गया था। सर्वप्रथम 6 अगस्त, 1945 में हवाई हमले के द्वारा हिरोशिमा पर तथा पुनः 9 अगस्त, 1945 को नागासाकी पर परमाणु बम गिराये गए। इससे लाखों लोगों की मौत हुई।
3. भारत के किस राज्य में परमाणु परीक्षण किया गया?
उत्तर – भारत के राजस्थान के मरुस्थल(पोखरण) में परमाणु परीक्षण किया गया था।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. रेडियेशन से क्या क्या हानि होती है ? मनुष्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों की जानकारी दें।
उत्तर – रेडियेशन से निम्नलिखित हानि होती है-
(i) रेडियेशन के प्रभाव से जीवों में अनुवांशिक पदार्थ (Genetic Materials) में उत्परिवर्तन की दर में वृद्धि होती है जिसके परिणामस्वरुप हड्डी का टी० वी०, कैंसर, शारीरिक विकृतियां तथा अंगों के समुचित विकास में असमानताएँ उत्पन्न हो सकती है।
(ii) पराबैगनी किरणों के प्रभाव से त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं।
(iii) नाभिकीय विस्फोटों होने से ओजोन की सुरक्षा परत का क्षय होता है।
(iv) रेडियोधर्मी पदार्थों के रेडियेशन से ब्लड कैंसर, बांझपन, दृष्टिदोष आदि रोग हो सकते हैं।
2. परमाणु ऊर्जा से क्या लाभ है। वर्णन करें।
उत्तर – परमाणु ऊर्जा से निम्नलिखित लाभ होते हैं-
◆ बिजली के उत्पादन में,
◆ परमाणु बम्ब बनाने में,
◆ इससे गाड़ियाँ चलाई जा सकती है,
11.2 रासायनिक आपदा (Chemical Disaster)
वस्तुननिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. भोपाल में रसायनिक गैस रिसाव कब हुआ था?
(क) 1984
(ख) 1990
(ग) 1930
(घ) 2004
उत्तर – (क) 1984
2. तूतीकोरिन में 1997 ई० में गैस रिसाव से कौन-सी बीमारी उतपन्न हुई थी?
(क) उल्टी होना
(ख) सर्दी एवं खाँसी
(ग) उल्टी होना एवं छाती में जलन
(घ) मस्तिष्क ज्वर
उत्तर – (ग) उल्टी होना एवं छाती में जलन
3. अम्लीय वर्षा का सर्वाधिक प्रभाव कहाँ पड़ा
(क) पटना महानगर
(ख) दामोदर घाटी क्षेत्र
(ग) उत्तरी बिहार
(घ) असम घाटी क्षेत्र
उत्तर – (ख) दामोदर घाटी क्षेत्र
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. किस देश द्वारा गैस के प्रयोग से यहूदियों को मारा गया था।
उत्तर – जर्मनी द्वारा गैस के प्रयोग से यहूदियों को मारा गया था।
2. कीटनाशक में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग होता है?
उत्तर – कीटनाशक में मिथाइल आइसोसाइनेट तथा हाइड्रोजन साइनाइड रसायन का प्रयोग किया जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
1. गैस रिसाव होने पर किस प्रकार की सावधानी रखनी चाहिए?
उत्तर – गैस रिसाव की स्थिति में वहाँ मौजूद सभी लोगों को स्पष्ट दिशा-निर्देश देने की जरूरत है ताकि वे सभी लोग वायु की उल्टी दिशा में जायें। गैस रिसाव पर लोगों को यथाशीघ्र मास्क लगा लेना चाहिए। सभी कर्मचारियों की एक निश्चित अंतरात पर चिकित्सों द्वारा जाँच होनी चाहिए। कारखानों में सायरन की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि तत्काल सभी को सूचित किया जा सके।
2. रासायनिक आपदा के अंतर्गत आने वाली समस्याओं का वर्णन करें।
उतर – रासायनिक आपदा के अंतर्गत निम्नलिखित तीन समस्याएँ आती है-
(i) विषेले रासायनिक उत्पाद से उत्पन्न छिपी हुई आपदाएँ
(ii) रासायनिक युद्ध सामग्री के उपयोग से उत्पन्न आपदाएँ
(iii) रासायनिक औद्योगिक इकाइयों में रिसाव और कचरे से उत्पन्न आपदाएँ
(i) विषैले रासायनिक उत्पाद से उत्पन्न छिपी हुई आपदाएँ – इसआपदा का सर्वाधिक प्रभाव कृषि उत्पाद पर देखने को मिलता है। रासायनिक खाद और कीटनाशक के प्रयोग से न सिर्फ मृदा के सूक्षम जीवों का विनाश होता है बल्कि उत्पाद भी विषैली हो जाता है। इसके अलावा कई प्रकार की बीमारियाँ उत्पन्न हो जाती है जो जानलेवा साबित होती हैं। इससे हमेशा अम्लीय वर्षा का डर बना रहता है विशेषकर महानगरों में।
(ii) रासायनिक युद्ध सामग्री के उपयोग से उत्पन्न आपदाएँ – रासायनिक आयुध के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जहरीले गैसों के प्रयोग के साथ-साथ विस्फोटक पदार्थों में भी ऐसे गैस सन्निहित होते हैं जिनके प्रभाव से त्वचा में जलन और गलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है यहाँ तक कि मृत्यु भी हो जाती है।
(ii) रासायनिक औद्योगिक इकाइयों में रिसाव और कचरे से उत्पन्न आपदा – गैस रिसाव बड़ी आपदा का रूप ले सकता है। भोपाल गैस रिसाव (1984) इसका प्रमाण है। पुनः 1999 में तमिलनाडु के तूतीकोरिन गैस रिसाव के उदाहरण है।
11.3 जैविक आपदा (Biological Disaster)
वस्तुननिष्ठ प्रश्नोत्तर
1. डेंगू बीमारी का क्या कारण है?
(क) आग लगने से
(ख) एक बर्तन में अधिक समय तक पानी रहने से
(ग) बाढ़ आने से
(घ) गंदे भोजन से
उत्तर – (ख) एक वर्तन में अधिक समय तक पानी रखने से
2. एंथ्रेक्स क्या है?
(क) अति सूक्ष्म जीव
(ख) युद्धपोत
(ग) जंगली जानवर
(घ) युद्ध का एक अस्त्र
उत्तर – (क) अति सूक्ष्म जीव
3. भारत में एड्स से लगभग कितने लोग प्रभावित है?
(क) 25 लाख
(ख) 30 लाख
(ग) एक करोड़
(घ) 50 लाख
उत्तर – (क) 25 लाख
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर:
1. प्लेग और हैजे का क्या कारण है?
उत्तर – प्लेग – पास्चुरेला पेस्टिस नामक जीवाणु से होता है।
हैजे – विब्रियो कॉमा नामक जीवाणु से होता है।
2.एड्स की बीमारी के कारणों को बतायें।
उत्तर – एड्स वायरस जनित बीमारी है। इसका फैलाव वंशानुगत या दूषित रक्त चढ़ाने से होता है। बड़ों में यह असुरक्षित यौन संबंध के कारण होता है।
3. हेपाटाइटिस बीमारी के कारणों को बतायें।
उत्तर – यह हेपेटाईटिस बी (HBV) नामक वायरस के कारण होता है। इससे लीवर व यकृत को क्षति होती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर:
1. जैविक आपदा कितने प्रकार के हैं ? उनका संक्षिप्त विवरण दें।
उत्तर – जैविक आपदा को चार वर्गों में विभाजित किया गया है-
(i) कम विनाशकारी बीमारियाँ
(ii) घातक बीमारियाँ
(iii) भरे क्षेत्र को प्रभावित करने वाले अति घातक बीमारियाँ
(iv) दीर्घकाल तक प्रभावित करने वाली बीमारियाँ
(i) कम विनाशकारी बीमारियाँ- प्रथम वर्ग में उन बीमारियों को रखा गया है जिसका कारण सूक्ष्म जीवाणु और वायरस होता है। ये वो जीवाणु और वायरस होते हैं जो चिकन पॉक्स, केनिन, हेपेटाइटिस जैसी बीमारियाँ उत्पन्न करते हैं। ये वो बीमारी है जो अति विनाशकारी नहीं होते हैं। इसे तात्कालिक बचाव के लिए कुछ सामान्य नियमों का पालन करना आवश्यक है। जैसे- ग्लब्स, मास्क जैसे सामानों का सतत प्रयोग करना चाहिए। दूषित पदार्थों के उपयोग से भी जैविक आपदा उत्पन्न होती है।
(ii) घातक बीमारियाँ- इस जैविक आपदा के अंतर्गत ऐसी बीमारियों को रखा गया है जिनकी उत्पत्ति का कारण सूक्ष्म जीवाणु और वायरस है। इस वर्ग से उत्पन्न बीमारियों में हेपेटाइटिस ए, बी और सी, इनफ्लुएंजा, लाइम डिजीज मिजिल्स, चिकेन-पॉक्स और एड्स जैसी बीमारियाँ संभव है। ऐसी बीमारियों से बचने के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण आवश्यक है।
(iii) भरे क्षेत्र को प्रभावित करने वाले अति घातक बीमारियाँ- जैविक आपदा के तीसरे भाग में ऐसे सूक्ष्म जीवाणु और वायरस को रखा गया है जो मानव समूह के लिए विनाशकारी आपदा ला सकता है। इसके अंतर्गत एंथ्रेक्स, पश्चिमी नील वायरस, वेनेजुएलियन एन्सेफेलाइटिस, स्मॉल पॉक्स, ट्यूबरक्लोसिस वायरस, रिफ्ट वैली बुखार, येलो बुखार तथा मलेरिया, हैजा, डायरिया प्रमुख है।
(iv) दीर्घकाल तक प्रभावित करने वाली बीमारियाँ- चौथे स्तर के जैविक आपदा के अंतर्गत अति विनाशकारी वायरस को रखा गया है। इसमें आने वाले वायरस वोलीवियन तथा अर्जेंटियन बुखार तथा वर्ल्ड फ्लू, एड्स, डेंगू बुखार, मारवर्ग बुखार, एबोला बुखार इत्यादि प्रमुख है।
2. जैविक अस्त्र क्या है ? इससे उत्पन्न समस्याओं का वर्णन करें।
उत्तर – युद्ध के मारक अस्त्रों में अब नई तकनीक के अस्त्र बनाए गए हैं जिन्हें जैविक अस्त्र कहते हैं। इसे भारी विनाश का अस्त्र भी कहा गया है। जैविक अस्त्रों की तकनीक का विकास जापानियों द्वारा किया गया। किंतु जैविक अस्त्रों का वास्तविक प्रयोग 2001 में संयुक्त राज्य अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले के बाद प्रारंभ हुआ। एंथ्रेक्स नाम के जवानों को अमेरिका के महत्वपूर्ण सामरिक क्षेत्रों में डाक सेवा के द्वारा अथवा अज्ञात व्यक्तियों द्वारा पहुँचाया जाने लगा।
3. जैविक आपदा से बचाव के उपाय बतायें।
उत्तर – जैविक आपदा से बचाव के लिए आपदा जोखिम प्रबंधन की आवश्यकता होती है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित बातें हैं-
(i) गर्म पानी पीना एवं ताजा भोजन ग्रहण करना चाहिए।
(ii) आवश्यक कीटनाशक दवाओं का छिड़काव तथा प्रशासनिक प्रतिबद्धता आवश्यक है।
(iii) अनजान व्यक्ति द्वारा दिये गये किसी भी प्रकार के डिब्बे या सामान को हाथ लगाने या छूने की जरूरत नहीं क्योंकि इसमें एंथ्रेक्स की संभावना हो सकती है।
(iv) किसी अनजान वस्तु को छूने के लिए ग्लब्स का प्रयोग किया जाना चाहिए।
(v) कुत्ते के दलों की मदद से जैविक अस्त्रों की जगह की पहचान की जानी चाहिए है।
(vi) जैविक अस्त्रों के विरुद्ध अत्यन्त कठोर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
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