16. The Reserve, Production and Distribution of Petroleum in the world (विश्व में पेट्रोलियम के भंडार, उत्पादन एवं वितरण)
16. The Reserve, Production and Distribution of Petroleum in the world
(विश्व में पेट्रोलियम के भंडार, उत्पादन एवं वितरण)
प्रश्न प्रारूप
Q. Describe the reserve, production and distribution of Petroleum in the world.
(विश्व में पेट्रोलियम के भंडार, उत्पादन एवं वितरण का वर्णन करें।)
उत्तर- पेट्रोलियम एक महत्त्वपूर्ण शक्ति का साधन है। इसका स्थान शक्ति के साधनों में कोयला के बाद है। यह केवल शक्ति का साधन ही नहीं अपितु कई उद्योगों का कच्चा माल भी है। वर्तमान युग में इसका महत्त्व और भी बढ़ गया है। अतः इसकी कीमत हमेशा बढ़ रही है।
अन्तर्राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार विश्व में पेट्रोलियम का कुल भण्डार 110 अरब मैट्रिक टन तेल की संचित राशि बताई गई है। इस राशि का तीन-चौथाई अर्थात् 76% भाग केवल एशिया महादेश में संचित है। इसमें दक्षिण-पश्चिम एशिया में विश्व के कुल भंडार का 66% भाग है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 10%, लैटिन अमेरिका में 8%, अफ्रिका में 3%, पूर्वी एशिया में 4% तथा शेष 9% अन्य देशों में पाया जाता है। संसार के कुछ महत्त्वपूर्ण उत्पादक देश इस प्रकार हैं-
क्रम | उत्पादक देश | उत्पादन प्रतिशत |
1. | मध्य पूर्व | 54.4 % |
2. | संयुक्त राज्य अमेरिका | 15.5 % |
3. | पूर्वी यूरोपीय देश | 14.6 % |
4. | लैटिन अमेरिका | 14.5 % |
5. | अन्य देश | 10.0 % |
6. | कुल विश्व | 100.00 % |
Statistical year book-1991, संयुक्त राष्ट्र संघ, के अनुसार विश्व के प्रमुख देशों के उत्पादन तथा भंडार दिखाए गए हैं। इन देशों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इस प्रकार यह तालिका स्पष्ट करता है कि किस देश में तेल का उत्पादन तथा भंडार क्या है-
देश | संचित भंडार (करोड़ टन में) | विश्व के कुल भंडार का % | कुल उत्पान करोड़ टन में) | विश्व में कुल उत्पादन का % |
सोवियत रूस | 3080 | 2.8 | 61.5 | 23.2 |
संयुक्त राज्य अमेरिका | 397 | 3.6 | 46.2 | 16.2 |
सऊदी अरब | 2280 | 20.4 | 36.4 | 12.3 |
मेक्सिको | 690 | 6.3 | 15.6 | 5.4 |
चीन | 275 | 2.5 | 13.1 | 4.7 |
ईरान | 780 | 7.1 | 9.8 | 3.7 |
वेनेज्वेला | 105 | 1.00 | 10.6 | 3.4 |
इराक | 410 | 3.7 | 8.3 | 3.0 |
कुवैत | 880 | 8.0 | 7.6 | 2.6 |
इंडोनेशिया | 675 | 6.1 | 7.2 | 2.5 |
संयुक्त अरब अमिरात | 440 | 4.0 | 6.8 | 2.4 |
लीबिया | 3.8 | 2.8 | 5.2 | 2.0 |
अन्य देश | शेष | शेष | शेष | शेष |
कुल विश्व | 11000 | 100% | 290.00 | 100% |
उपरोक्त तालिका से यह स्पष्ट होता है कि सोवियत रूप विश्व में पेट्रोलियम के उत्पादन में सबसे आगे है। केवल उत्पादन में ही नहीं अपितु संचित राशि में भी अग्रगण्य है। ऊपर से महत्त्वपूर्ण पाँच देश विश्व के पेट्रोलियम के उत्पादन के 85% भाग सोवियत रूस, U.S.A. सउदी अरब, मेक्सिको, ईरान, इराक आदि देशों से होता है। इस प्रकार ये देश तेल के उत्पादन में सर्वोपरि हैं।
1. सोवियत संघ-
सोवियत संघ विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। उत्पादन तथा संचित भंडार दोनों दृष्टिकोणों से इसका स्थान विश्व में प्रथम है। सोवियत रूस के तीन क्षेत्रों में इसका विशेष उत्पादन होता है, जो निम्नलिखित हैं-
(i) वोल्गा-यूराल क्षेत्र- सोवियत रूस के कुल उत्पादन का 75% यहीं से होता है। इसके प्रमुख केन्द्र पर्म, उफा, कुडसेव आदि प्रमुख हैं।
(ii) बाकू क्षेत्र- इस प्रदेश को काकेशश क्षेत्र भी कहते हैं। इसके मुख्य प्रदेश बाकू, माखघकला, प्रोजनी, माइकोप, रशुका, कोसाहागिल आदि है।
(iii) अन्य क्षेत्र- इस प्रदेश में कई छोटे-छोटे तेल क्षेत्र आते हैं। इनमें एम्बा, तुर्कमेनिस्तान, कुंभदाग, चेलेकिन, पेचोरा, फरगन, साईबेरिया, सखालिन आदि सम्मिलित हैं।
2. संयुक्त राज्य अमेरिका-
यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है। यहाँ 4 लाख से अधिक तेल के कुएँ हैं। यह विश्व का सबसे अधिक तेल की खपत करता है। यहाँ के प्रमुख तेल क्षेत्र निम्न हैं-
(i) अप्लेशियन क्षेत्र।
(ii) लीमा-इडियाना क्षेत्र।
(iii) मध्यवर्ती क्षेत्र।
(iv) खाड़ी क्षेत्र।
(v) कैलिफोर्निया क्षेत्र।
3. सऊदी अरब-
यह देश संचित राशि की दृष्टि से दूसरा तथा उत्पादन की दृष्टि से विश्व का तीसरा बड़ा देश है। यहाँ का तेल भंडार विश्व का 20% तथा उत्पादन 12-3% है। यहाँ तेल का क्षेत्र 3 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला है। यहाँ का प्रमुख तेल क्षेत्र धावर, अवकेक, ऐनदार, शेदगम, हरद, दम्मान, सफानियाँ कार्डिक, अबूसफा, फथीली आदि हैं। यहाँ से तेल रास तनुरा तेलशोधक कारखाने में भेजा जाता है। यहाँ से कच्चा तेल साफ होने के लिए भूमध्यसागर के तट पर हैको को भी भेजा जाता है। यह विश्व का बड़ा तेल उत्पादक देश बन सकता है।
4. ईरान-
ईरान में कुल तेल का भंडार 65 अरब टन है। यह पूरे विश्व के भंडार का 7.8 प्रतिशत है। ईरान का वार्षिक तेल उत्पादन 30 अरब टन है। इसके मुख्य तेल कूप अजागरी, मस्जिदे सुलेमान, हफ्तेकेल, खानक्वीन, नफ्त खनाह, लाली, गुलखरी, बीबी हाकीमेह, करंज आदि हैं।
5. इराक-
इसका भंडार 4.7 अरब टन तथा उत्पादन 10 करोड़ टन है। किरकुक तथा बसरा दो बड़े तेल क्षेत्र हैं। इसके अन्य तेल कूप नफ्तखनाह, वुटमाह तथा मइला है। यहाँ से तेल तेल पाइप द्वारा त्रिपोली तथा बनियास को भेजा जाता है।
6. कुवैत-
इस छोटे देश के पास विश्व का 10% तेल का भंडार है। यहाँ का सबसे बड़ा तेल प्रदेश बुरधान का पहाड़ी-प्रदेश है। इसका वार्षिक उत्पादन 9 करोड़ टन है। यहाँ लगभग 105 तेल कूप हैं।
7. मध्यपूर्व के अन्य क्षेत्र-
यहाँ के अन्य तेल उत्पादक देश संयुक्त अब अमिरात, ओमान, कतार आदि हैं। इन सभी देशों में प्रत्येक का उत्पादन एक करोड़ टन वार्षिक से अधिक है।
8. वेनेज्वेला-
दक्षिणी अमेरिका में यह देश काफी महत्त्वपूर्ण है। कैरेबियन सागर के दक्षिण में यह क्षेत्र में स्थित है। यहाँ के तीन क्षेत्रों के उत्पादन होता है। यह इस प्रकार हैं-
(i) माराकैवो बेसिन
(ii) ओरिनिको बेसिन
(iii) आपुरो बेसिन।
इस देश का वार्षिक उत्पादन 10 करोड़ टन है। यहाँ के कुल उत्पादन का 90% भाग निर्यात कर दिया जाता है।
9. भारत- भारत का अभी कुल उत्पादन 5 करोड़ टन हो गया है। यहाँ भी तीन क्षेत्रों में उत्पादन होता है-
(i) असम क्षेत्र में डिगबोई।
(ii) गुजरात-अंकलेश्वर क्षेत्र।
(iii) मुम्बई उच्च प्रदेश।
10. अन्य क्षेत्र- इनके अलावे एशिया में बर्मा, चीन, दक्षिणी अफ्रिका, अल्जिरिया, इन्डोनेशिया आदि से तेल का उत्पाद होता है।