अध्याय 10 परिवहन तथा संचार (Transport And Communication)
इकाई -4 अध्याय 10 परिवहन तथा संचार (Transport And Communication)
अध्याय 10 परिवहन तथा संचार
- पाइप लाइनों गैसों एवं तरल पदार्थों के लंबी दूरी तक परिवहन हेतु अत्यधिक सुविधाजनक एवं सक्षम परिवहन प्रणाली है।
- इनके द्वारा ठोस पदार्थों को भी घोल या गारा में बदल कर परिवहित किया जा सकता है।
- पाइप लाइन परिवहन की हानि ये है कि इनको बनाने में बहुत अधिक समय और लागत की जरूरत पड़ती है।
- पाइप लाइन परिवहन के द्वारा हम केवल कुछ वस्तुओं (तेल एवं गैस आदि) का ही परिवहन कर सकते हैं।
- पाइप लाईनों के क्षतिग्रस्त होने का हमेशा खतरा बना रहता है।
(ग) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।
प्रश्न 1. भारत में परिवहन के प्रमुख साधन कौन-कौन से हैं? इनके विकास को प्रभावित करने वाले कारकों की विवेचना करें।
उत्तर – भारत में परिवहन के प्रमुख साधन हैं-
(i) स्थल परिवहन- जिसके अंतर्गत सड़क परिवहन, रेल परिवहन और पाइप लाइन परिवहन आता है।
(ii) जल परिवहन- जिसके अंतर्गत सागरीय व अंत स्थलीय परिवहन आता है। जो कि नौकाओं और जहाजों द्वारा किया जाता है।
(iii) वायु परिवहन- जो कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वायुयानों के माध्यम से किया जाता है।
भारतीय परिवहन के साधनों के विकास को प्रभावित करने वाले कारक इस प्रकार रहे हैं- औद्योगिक क्रांति, कृषि क्रांति दुग्ध क्रांति, तकनीकी क्रांति, सामरिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र, पर्यटन, संचार क्रांति, परिवहन क्रांति और शिक्षा के बढ़ते स्तर, रोजगार आदि कारकों ने भारतीय परिवहन के साधनों के विकास को प्रभावित किया है। लाखों लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर अपनी नौकरियों को करने सड़क परिवहन द्वारा जाते हैं। लेकिन भू-भाग की प्रकृति तथा आर्थिक विकास का स्तर सड़कों के घनत्व के प्रमुख निर्धारक हैं। मैदानी क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण आसान एवं सस्ता होता है जबकि पहाड़ी एवं पठारी क्षेत्रों में कठिन एवं महंगा होता है। अंतर्राष्ट्रीय महामार्गों का उद्देश्य पड़ोसी देशों के बीच व्यापार, और रिश्तों को सद्दभावनापूर्ण बनाना होता है।
प्रश्न 2. पाइप लाइन परिवहन से लाभ एवं हानि की विवेचना करें।
- पाइप लाइनों को कठिन, ऊबड़-खाबड़ भू-भागों तथा पानी के नीचे भी बिछाया जा सकता है।
- प्रारंभ में इनके निर्माण में अधिक धन व्यय होता है। परन्तु बाद में इन्हें चालू रखने में कम लागत आती है।
- पाइप लाइन पदार्थों की निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
- इनके द्वारा परिवहन में न तो समय नष्ट होता है और न ही किसी प्रकार की बर्बादी होती है।
- इसमें ऊर्जा का बहुत कम खर्च होता है।
- इसमें कोई लोच नहीं है।
- समयानुसार इसकी क्षमता को न तो बढ़ाया जा सकता है और न ही घटाया जा सकता है।
- इनकी सुरक्षा करना कठिन कार्य है।
- कहीं पर पाइप लाइन के फट जाने पर उसकी मरम्मत करना भी कठिन है।
- पाइप लाइन में रिसाव का पता लगाना भी एक समस्या है।
देश के पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सड़क परिवहन आदर्श साधन है। सड़क परिवहन द्वारा लाखों टन सामान देश के एक कोने से देश के दूसरे कोने तक प्रतिदिन पहुँचाया जाता है। जिस से प्रतिदिन करोड़ों रुपये सरकार टैक्स के रूप में वसूलती है। राज्य सरकारों की परिवहन बसें प्रतिदिन करोड़ों लोगों को एक जगह से दूसरी जगह लाती-ले जाती हैं। जिससे प्रतिदिन करोड़ों रुपये की कमाई राज्य सरकारें करती है।
सड़क परिवहन ने पर्यटन को प्रोत्साहित किया है। करोड़ों रुपये पर्यटन उद्योग से लाखों लोग कमा रहे हैं। करोड़ों लोगों को सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से सड़क परिवहन द्वारा रोजगार प्राप्त है। दूध, फल, सब्जी, फैक्ट्रियों के लिए कच्चा माल, उत्पादों को बाजार, लोगों के घरों तक सड़क परिवहन द्वारा ही पहुँचाया जाता है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में सड़क परिवहन का एक ही महत्त्वपूर्ण योगदान है। सड़क परिवहन ऐसे दुर्गम पहाड़ी स्थानों तक अपनी सेवाएँ देती है जहाँ तक और किसी परिवहन का पहुँचाना नामुमकिन है।
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बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं के भूगोल का सम्पूर्ण प्रश्नोत्तर
(खण्ड 1: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत)
- इकाई -1 अध्याय -1. मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र
- इकाई -2 अध्याय -2. विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि
- इकाई -2 अध्याय 3. जनसंख्या संघटन
- इकाई -2 अध्याय -4. मानव विकास
- इकाई -3 अध्याय-5. प्राथमिक क्रियाएँ
- इकाई -3 अध्याय-6. द्वितीयक क्रियाएँ
- इकाई -3 अध्याय-7. तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप
- इकाई -3 अध्याय-8. परिवहन एवं संचार
- इकाई -3 अध्याय-9. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
- इकाई -4 अध्याय-10. मानव बस्ती
- इकाई -1 अध्याय 1 जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि एवं संघटन (Population: Distribution, Density, Growth and Composition)
- इकाई -1 अध्याय 2 प्रवास-प्रकार, कारण और परिणाम (Migration: Types, Causes and Consequences)
- इकाई -1 अध्याय 3 मानव विकास (Human Development)
- इकाई -2 अध्याय 4 मानव बस्तियाँ (Human Settlements)
- इकाई -3 अध्याय 5 भू-संसाधन तथा कृषि (Land Resources and Agriculture)
- इकाई -3 अध्याय 6 जल संसाधन (Water Resources)
- इकाई -3 अध्याय 7 खनिज तथा ऊर्जा संसाधन (Mineral and Energy Resources)
- इकाई -3 अध्याय 8 निर्माण उद्योग (Manufacturing Industries)
- इकाई -3 अध्याय 9 भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास (Planning and Sustainable Development in Indian Context)
- इकाई -4 अध्याय 10 परिवहन तथा संचार (Transport And Communication)
- इकाई -4 अध्याय 11 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (International Trade)
- इकाई -5 अध्याय 12 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ (Geographical Perspective on Selected Issues and Problems)
PREVIOUS YEAR QUESTION PAPER सम्पूर्ण हल सहित (बिहार बोर्ड भूगोल 12वीं कक्षा)