1. स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग क्या है?
उत्तर – स्वर्णिम चतुर्भुज राष्ट्रीय सड़क राजमार्ग है। यह स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग दिल्ली-कोलकाता-मुंबई-चेन्नई महानगर को आपस में 6 लेन वाली सड़कों से जोड़ने वाला देश में द्रुतगति से सामान को ढोने और लोगों के आने-जाने की सुविधा प्रदान करता है।
2. देश में वायु परिवहन की स्थिति का वर्णन करें?
उत्तर – हवाई जहाज आसमान में उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक की दूरी तय करती है इसलिए इन्हें वायु परिवहन कहते हैं। पहले वायु परिवहन विशिष्ट लोगों के तक ही सीमित था लेकिन 1953 में सरकार ने वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण कर दिया।
शुरुआत में एयर इंडिया की हवाई यात्राएँ देश से विदेशों तक जुड़ी हुई थीं और इंडियन एयरलाइन्स (इंडियन) घरेलू एवं पड़ोसी देशों से जुड़ी हुई विमान सेवा थी। लेकिन वर्तमान समय में हवाई सेवाएँ निजी कम्पनियों द्वारा भी चलाई जा रही हैं जो घरेलू और पड़ोसी देशों के लिए भी उपलब्ध है।
3. भारत में पहली रेलगाड़ी कब और कहाँ चली थी? नक्शे पर भी दर्शाइए।
उत्तर – भारत में पहली रेलगाड़ी 16 अप्रैल, 1853 को मुम्बई से थाणे के बीच चली थी।
4. पाइपलाइन परिवहन क्या है उदाहरण दीजिए।
उत्तर – पाइपलाइन परिवहन जमीन के अंदर बिछाई गई पाईपलाइनें हैं जिनकी मदद से पेट्रोलियम पदार्थ, जल, गैस आदि एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाई जाती है। जैसे-बिहार के बरौनी, उत्तर प्रदेश के मथुरा, हरियाणा के पानीपत में स्थापित तेलशोधक कारखानों में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति ऐसे ही पाइपलाइनों के द्वारा होती है।
5. देश के तीन राष्ट्रीय आंतरिक जल परिवहन का उल्लेख कीजिए।
उत्तर – भारत सरकार ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया से इलाहाबाद तक गंगा नदी में, सदिया से घुबरी ब्रह्मपुत्र नदी में तथा दक्षिण भारत में केरल के तटीय नहर कोट्टापुरम् से कोल्लम को राष्ट्रीय आंतरिक जलमार्ग घोषित किया गया है।
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें। (अधिकतम 200 शब्दों में)
1. परिवहन एवं यातायात के साधन राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं। क्यों? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – “एक स्थान से दूसरे स्थान तक व्यक्तियों या वस्तुओं को पहुँचाना या लाना परिवहन कहलाता है।” यह सड़क मार्ग, रेल मार्ग, हवाई मार्ग और जल मार्ग से विभिन्न प्रकार के वाहनों द्वारा संभव हो पाता है। रेल यात्रा समाप्त करके स्टेशन से बाहर निकलने पर हम पाते हैं कि गंतव्य स्थान तक पहुँचने के लिए रिक्शा, ऑटोरिक्शा, टमटम, कारें, जीप, बस इत्यादि मिलती हैं। ये सभी वाहन हमें या सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने में मदद करती हैं। ये सभी भूमि पर चलते हैं इसलिए स्थलीय परिवहन के साधन हैं।
वहीं दूसरी ओर हवाई जहाज आसमान में उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक की दूरी तय करती हैं इसलिए इन्हें हवाई साधन कहते हैं। नावें, स्टीमर, जहाजें पानी में चलकर गंतव्य तक पहुँचती हैं, इसलिए उन्हें जल परिवहन के साधन कहते हैं।
बिना परिवहन एवं यातायात के साधनों के लम्बी दूरी आवागमन करना संभव नहीं है। एक स्थान से दूसरे स्थान तक व्यक्ति या वस्तु इसके द्वारा कम समय में आसानी से पहुँच जाता है, यही कारण है कि परिवहन एवं यातायात के साधन राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं।
2. देश में परिवहन के कौन-कौन से साधन विकसित है? प्रत्येक का संक्षिप्त वर्णन करें।
उत्तर – एक स्थान से दूसरे स्थान तक व्यक्तियों या वस्तुओं को पहुँचाना या लाना परिवहन कहलाता है। देश में परिवहन के पांच साधन विकसित हैं –
(i) सड़क परिवहन
(ii) रेल परिवहन
(iii) वायु परिवहन
(iv) जल परिवहन
(i) सड़क परिवहन- सड़कें परिवहन का एक मुख्य साधन है। हम स्कूल जाने, प्रखंड जाने, जिला मुख्यालय जाने में सड़क का उपयोग करते हैं। भारत में सड़कों को उनकी उपयोगिता और क्षमता के आधार पर विभिन्न प्रकारों में बाँटा गया है। इसी आधार पर उनकी देखरेख की जाती है।
(ii) रेल परिवहन- यह यात्रियों एवं माल ढुलाई का प्रमुख साधन है। यह देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र प्रतिष्ठान है जिसमें लगभग 16 लाख कर्मचारी काम करते हैं। देश में रेलवे को प्रशासनिक सुविधा के लिए 16 मंडलों में बाँटा गया है जिस पर रेलवे बोर्ड नियंत्रण रखता है। बिहार के हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे का मंडल कार्यालय अवस्थित है। रेलवे समय-समय पर देश के अन्दर अनेक तीर्थ स्थानों को जोड़ने वाली ट्रेनें भी चलाती हैं।
(iii) पाईप लाइन- यह जमीन के अन्दर बिछाई गई पाईप लाइनें होती हैं, जिनकी मदद से पेट्रोलियम पदार्थ, जल, गैस आदि एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाई जाती है। इन पाइप लाइनों को बिछाने में प्रारंभिक खर्च तो बहुत ज्यादा आता है लेकिन इसके रख-रखाव में कम दिक्कतें होती हैं।
इस परिवहन में बाधाएँ भी कम आती हैं और समय भी कम लगता है, साथ ही परिवहन में सामग्री का नुकसान भी कम होता है। इसलिए धीरे-धीरे परिवहन का यह मार्ग सस्ता होता जाता है।
(iv) वायु परिवहन- हेलीकॉप्टर, जेट ये सभी वायु परिवहन के अन्तर्गत आते हैं। परिवहन के साधनों में ये सबसे द्रुतगामी के साधन हैं। यद्यपि यह महँगा है, फिर भी दुर्गम क्षेत्रों में भी आसानी से और आरामदायक ढंग से पहँचा जा सकता है। पहले वायु परिवहन विशिष्ट लोगों तक ही सीमित था, लेकिन 1953 में सरकार ने वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण कर दिया।
(v) जल परिवहन- इससे देश के अन्दर नदियों के जल में जहाजों का परिचालन किया जाता है और यात्री व माल की ढुलाई की जाती है। देश के अन्दर लगभग 15 हजार किलोमीटर नौसंचालन जलमार्ग हैं। भारत सरकार ने पश्चिम बंगाल के हल्दिया से इलाहाबाद तक गंगा नदी में, सदिया से घुबरी ब्रह्मपुत्र नदी में, दक्षिण भारत में केरल के तटीय नहर कोट्टापरम से कोल्लम को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है।
गंगा, गोदावरी, कृष्णा, सुंदरवन आदि महत्त्वपूर्ण आंतरिक जलमार्ग हैं। मैंने पटना में भी गंगा नदी में मालवाहक जहाज देखा है। पटना में गंगा तट पर राजेन्द्र प्रसाद अन्तर्देशीय जलपरिवहन टर्मिनल है।
3. भारत में जल परिवहन की स्थिति का वर्णन दीजिए।
उत्तर- जल परिवहन दो प्रकार के होते हैं-