भौगोलिक चिंतन (Geographical Thought)
भौगोलिक चिंतन का यह यूनिक नोट्स UPSC, PCS (BPSC, UPPSC, UKPSC, MPPSC, RPSC, JPSC, HPSC, CGPSC) और नेट/जे .आर. एफ. एवं अन्य प्रतियोगिताओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है। Unique Geography Notes वेबसाइट पर भौगोलिक चिंतन का सरल एवं आसान हिंदी भाषा में भूगोल के विद्वानों द्वारा तैयार नोट्स बिलकुल मुफ्त उपलब्ध है। यह नोट्स संघ एवं सभी राज्यों के लोक सेवाओं की प्रारंभिक और मुख्य दोनों तथा अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं में उपयोगी है-
भौगोलिक चिंतन का महत्वपूर्ण टॉपिक इस प्रकार है-
Read More:-
- Ancient Classical Times in Geography
- द्विविभाजन एवं द्वैतवाद / Dichotomy and Dualism
- नियतिवाद या निश्चयवाद या पर्यावरणवाद / Determinism or Environmentalism
- सम्भववाद / Possibilism
- नियतिवाद बनाम सम्भववाद / Determinism vs Possibilism
- नवनियतिवाद (New Determinism)
- भूगोल में मात्रात्मक क्रांति का विकास / Development of Quantitative Revolution in Geography
- अवस्थिति विश्लेषण या स्थानीयकरण विश्लेषण (Locational Analysis)
- अतिवादी भूगोल या क्रांतिकारी उपागम / उग्र सुधारवाद
- आचारपरक क्रांति या व्यवहारिकतावाद / Behavioral Revolution
- मानवतावादी भूगोल या मानवतावाद एवं कल्याण उपागम
- जर्मन भूगोलवेत्ताओं का योगदान
- अलेक्जेण्डर वॉन हम्बोल्ट का भूगोल के विकास में योगदान
- कार्ल रिटर
- फ्रांसीसी भूगोलवेताओं का भूगोल में योगदान
- विश्व के सांस्कृतिक प्रदेश / परिमण्डल (World: Cultural Region/Realm)
- 19वीं शताब्दी के दौरान भूगोल का विकास
- प्राचीन भारत में भौगोलिक विचारों का विकास
- अरब भूगोलवेत्ताओं का योगदान
- भूगोल में फ्रेडरिक रेटजेल के योगदान
- भूगोल के विकास में विडाल डी-ला ब्लाश के योगदान
- मेकिण्डर का हृदय स्थल सिद्धान्त
- भूगोल में अल्फ्रेड हेटनर के योगदान
- भूगोल को परिभाषित कीजिए तथा अन्य विज्ञानों के साथ उसके सम्बन्धों की विवेचना कीजिए।
- हम्बोल्ट एवं रिटर के भौगोलिक विचारों का तुलनात्मक अध्ययन
- ब्रिटिश भौगोलिक विचारधाराओं पर प्रकाश
- अमेरिकन भौगोलिक विचारधाराओं पर प्रकाश डालिए।
- स्थानिक या भूवैन्यासिक संगठन (Spatial Organisation) की संकल्पना
- भूगोल में क्षेत्रीय विभेदन अथवा विभिन्नता (Areal Differentiation) की संकल्पना
- भूगोल एक क्षेत्र-वर्णनी विज्ञान (Chorological Science) है। विवेचना कीजिये।
- भूगोल में उत्तर आधुनिकता एवं नारीवाद (The Post-modernism and Feminism in Geography)
- भूगोल में कार्यात्मकवाद (The functionalsim in Geography)
- विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान में भूगोल का स्थान (Place of Geography in Sciences and Social Sciences)
- संरचनावाद (The Structuralism)
- आधुनिक भारतीय भूगोल का विकास: संभावनाएँ, समस्याएँ और भविष्य (Development of Modern Indian Geography: Prospects, Problems and Future)
- भूगोल में स्थान की विचारधारा (Concept of Space in Geography)
- भूगोल में प्रत्यक्षवाद (Positivism in Geography)
- भूगोल में उपयोगितावाद (Pragmatism in Geography)
- प्रतिरूप एवं इसके प्रकार (Model and Its Types)
- भूगोल में प्रतिमान (Paradigrms in Geography)
- व्यावहारिक भूगोल (Applied Geography)